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NGO क्या है? NGO Full Form in Hindi

November 19, 2022 by Rahul Niti

जैसा की आप जानते है की दुनिया की जनसंख्या बहुत ही तेजी से बढ़ रही है और फ़िलहाल दुनिया की जनसँख्या आठ अरब को भी पार चुकी है। भारत को ही ले लो भारत की ही जनसंख्या 140 करोड़ तक पहुँच चुकी है। अब जब इतनी आबादी है तो हर एक आदमी की जरूरतों, हक़ अधिकार, या पर्यावरण को सुरक्षित रखना इत्यादि की जिम्मेदारी सरकार पूरी कर नहीं पाती है। 

तो ऐसे में इन सभी चीजों की पूर्ती, समाज सेवा के मकसद से NGO की स्थापना की जाती है इसके लिए एनजीओ अनाथालय, गरीबो के लिए खाना, शिक्षा और रहने का प्रबंध इत्यादि करता है। और ये सभी चीजे NGO के द्वारा मुफ्त में की जाती है। तो ऐसे में अगर आप चाहते है कुछ ऐसा काम किया जाय जिससे आप समाज को कुछ लौटा सके चाहे वो शिक्षा के फॉर्म में हो या किसी भी प्रकार का सामाजिक सेवा के जरिये हो आप बेशक एक NGO की स्थापना कर ये सभी चीजे कर सकते है।

अगर आप NGO के बारे में नहीं जानते है तो इस लेख के अंत तक बने रहिये आज इस आर्टिकल के माध्यम से आप NGO क्या है NGO कितने प्रकार के होते हैं, NGO के कार्य क्या-क्या होते है? NGO Full Form in Hindi क्या होता है। ये सभी चीजे जान पाएंगे। 

Table of Contents

Toggle
  • NGO क्या है? (NGO Kya Hota Hai)
  • NGO का इतिहास (NGO History in Hindi)
  • NGO Full Form in Hindi
  • NGO के कार्य  
  • NGO कितने प्रकार के होते है? (Types of NGO)
  • भारत के NGO के नाम (NGO in India)
  • NGO कैसे शुरू करें?
  • NGO शुरू करने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स 
  • NGO कैसे Register करें?
    • FAQs – 

NGO क्या है? (NGO Kya Hota Hai)

ngo kya hai

NGO (Non Governmental Organisation) एक प्रकार का संगठन होता है। जिसे बिना किसी सरकारी भागीदारी के द्वारा स्थापित किया जाता है। यानि की ये सरकार के हस्तक्षेप के बिना सामाजिक कल्याण का काम करते है। ये पूरी तरीके से गैर लाभकारी संस्थाएं होती है। मतलब इसकी स्थापना लाभ कमाने के उद्देश्य से नहीं की जाती है। इसका मकसद सिर्फ और सिर्फ सामाज का कल्याण करना होता है।  

इसके अलावा कई तरह तरह के महिलाएं है जो उत्प्रीड़न का शिकार हो जाती है जैसे की रेप पीड़िता एसिड अटैक, तलाकशुदा महिलाएं इन सबको अगर समाज नहीं अपनाता है तो ये लोग NGO में शरण लेकर जीवन यापन करते है। इसके अलावा एनजीओ पर्यावरण को बचाने के लिए भी काम करती है। 

NGO का इतिहास (NGO History in Hindi)

इंटरनेशनल NGO की शुरुआत का इतिहास हमें 18 वीं शताब्दी से देखने को मिलता है। ऐसा अनुमान लगाया जाता है की साल 1914 ईस्वी तक 1083 गैर सरकरी संगठन की स्थापना हो चुकी थी। उस समय जो अंतराष्ट्रीय NGO थे वो गुलामी प्रथा और महिलाओं के वोटिंग अधिकार के लिए हो रहे आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।

और इस तरह का मूवमेंट साल 1932-1934 ईस्वी में विश्व निशस्त्रीकरण सम्मलेन (World Disarmament Conference) के समय अपने चरम पर थी। हालाकिं NGO शब्द साल 1945 ईस्वी में यूनाइटेड नेशंस की स्थापना के समय प्रसिद्ध हुई थी।

अंतराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन (NGO) को पहली बार 27 फरवरी 1950 ईस्वी को United Nations Economic and Social Council (ECOSOC) के resolution 288 (X) के द्वारा परिभाषित की गई। 

इसके बाद 20 वीं शताब्दी में जब बहुत ही तेजी से दुनिया ग्लोबल हो रही थी तब NGO का महत्व में और बढ़ गया था। जब वर्ल्ड इकॉनिमिक फोरम की स्थापना की गई थी जो की पूजिपंतियों के इंटरेस्ट पर फोकस करती थी। तो इसके जवाब में उस समय कई अंतराष्ट्रीय NGO की स्थापना की गई थी जो की मानव कल्याण, समाज सेवा किया करती थी। 

वर्तमान समय में पूरी दुनिया में तक़रीबन एक करोड़ से भी अधिक NGO संचालित है, भारत में ही फ़िलहाल करीब 30 लाख से भी अधिक गैर सरकारी संगठन संचालित है। 

हालाकिं ये सरकारी सहायता के बिना ही स्थापित की जाती है पर सरकार इसे फण्ड मुहैया करा सकती है। इसके अलावा आप एक वेबसाइट बना कर डोनेशन का अकाउंट जोड़ सकते है। इसके अलावा एनजीओ को फंडिंग प्राइवेट कंपनी और विदेशी सोर्स से भी मिलती है।  

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NGO Full Form in Hindi

NGO का Full Form “Non Governmental Organisation” होता है जिसे हिंदी में “गैर सरकारी संगठन” कहा जाता है। 

NGO के कार्य  

पूरी दुनिया में कई NGO है तो विभिन्न कामों के जरिये समाज सेवा का काम कर रहे है। ये बात आप भी जानते है की हमारे आस पास कई लोग है जो की कई तरह के परेशानियों में अपना जीवन गुजर बसर कर रहे है जैसे की कइयों के पास घर नहीं है रहने के लिए, कई बुजुर्गों को उसके बच्चों ने घर से निकाल दिया है।

कई बच्चे अनाथ है तो बहुत लोग गरीबी के कारण पढाई लिखाई नहीं कर पा रहे है। और कई लोग पैसे के कारण अपना मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं करवा पा रहे है। इसके अलावा पर्यावरण को बचाने के लिए भी गैर सरकारी संगठन काम करते है। 

NGO का मुख्य काम बेसहारा लोगो का सहारा बनना है ताकि वो भी अपने बेसिक जरूरतों को पूरा कर जीवन जी सके , NGO कई तरह के सामाजिक कल्याण का काम करते है जो की निम्नलिखित है। 

  • गरीब और अनाथ बच्चों के लिए शिक्षा का प्रबंध करना। 
  • विधवा, तलाकशुदा महिलाओं के लिए घर की सुविधा देना। 
  • गरीब लोगो के लिए शुद्ध पानी और भोजन का प्रबंध करना। 
  • बुजुर्ग लोगो की मदद करना। 
  • पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ पौधे लगवाना। 
  • आदिवासियों की समस्या को हल करना। 
  • गरीब लोगो जो बीमारी से झूझ रहे है उन्हें अच्छा मेडिकल ट्रीटमेंट दिलवाना। 
  • गरीब लोगो की हर एक तरह से मदद करना। 
  • मानव अधिकारों के लिए काम करना। 

NGO कितने प्रकार के होते है? (Types of NGO)

अगर आप भी NGO की शुरुआत कर बेसहारा लोगो की मदद करना चाहते है तो इसके लिए आपको NGO कितने प्रकार के होते हैं ये जानना जरुरी है ताकि आप सही प्रकार के NGO का चुनाव कर इसकी शुरुआत कर सके। कुछ NGO के प्रकार जो की निम्नलिखित है। 

  • Gongo (Government-organized Non-governmental Organization)
  • Bingo (Business Friendly International NGO)
  • Engo (Environmental NGO)
  • Quango (Quasi-autonomous NGO)
  • Ingo (International NGO)

भारत के NGO के नाम (NGO in India)

भारत में काम कर रहे टॉप 10 NGO के नाम निम्लिखित है। इन सभी एनजीओ ने भारत में बढ़ चढ़ कर लोगो की सहायता और सामाजिक कल्याण का काम किया है। 

  • मुस्कान फाउंडेशन 
  • गूँज 
  • हेल्प ऐज इंडिया 
  • सम्मान फाउंडेशन 
  • नन्ही कली 
  • गिव इंडिया फाउंडेशन 
  • प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन 
  • LEPRA India
  • Child Rights and You (CRY)
  • बचपन बचाओ आंदोलन 

NGO कैसे शुरू करें?

ये तो आप बेखुबी जानते है की हमारे समाज में कई ऐसे लोग है जो काफी दुःख दर्द के साथ जीवन जी रहे है अगर आप भी चाहते है की NGO की स्थापना कर समाज में पिछड़े, दबे कुचले की किसी प्रकार से सहायता की जाय तो बेशक ये काम आप कर सकते है। कोई भी व्यक्ति NGO की शुरुआत कर सकता है इसके लिए उसे निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

सबसे पहले आप वैसे लोगो और समाज के पास जाये जिनके बेहतरी के लिए आप NGO की शुरुआत करना चाहते है। उनसे मिले, उनकी समस्यायों को समझे तब आप किसी निष्कर्ष पर पहुँच पाएंगे। ऐसा करने से ये होगा की आप समाज और लोगो का दुःख, दर्द, तकलीफ को बहुत ही करीब से जान पाएंगे और उन्हें अपना मिशन बनाकर मदद कर पाएंगे। 

और दूसरी बात ये की चुकी NGO एक प्रकार का सामाजिक संगठन होता है। तो इसमें सिर्फ एक व्यक्ति से काम नहीं चलेगा आपको आपके जैसे ही समाज सेवा करने का भाव रखने वाले लोगो को अपने साथ जोड़ना होगा और NGO की स्थापना करने के लिए भी कम से कम 7 सदस्यों की आवश्यकता होती है क्यूंकि NGO की शुरुआत करने के लिए संचालक मंडल का निर्माण करना होता है। जिसमे भिविन्न कामों के लिए हर एक व्यक्तियों की जिम्मेदारी सौपी जाती है।  

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NGO शुरू करने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स 

NGO को शुरुआत करने के निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स चाहिए होते है। 

  • ट्रस्ट डीड / मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन
  • Rules & Regulation / Memorandum
  • Articles of Association Regulation 
  • Registered Office Address Proof 
  • राष्ट्रपति से शपथ पत्र
  • आवासीय प्रमाण पत्र 
  • पासपोर्ट 
  • ID Proof के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी 

NGO कैसे Register करें?

अगर कोई भी व्यक्ति भारत में NGO की शुरुआत करना चाहता है तो उसके लिए तीन तरह के एक्ट बनाये गए है जिनमे से किसी एक एक्ट के माध्यम से आप एनजीओ को रजिस्टर कर सकते है। जो की निम्नलिखित है। 

1. Trust Act

भारत के हर एक राज्य में Trust Act होते है और अगर किसी भी राज्य में ऐसा ट्रस्ट एक्ट नहीं है तो वहां पर 1882 का trust act लागु किया जाता है। और इस एक्ट के अनुसार एनजीओ का रजिस्ट्रेशन के लिए कम से कम दो ट्रस्टी का होना अति आवश्यक है। 

इसके लिए आप उस राज्य के Charity Commissioner या Deputy Registrar के कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते है। इसमें मुख्य डॉक्यूमेंट के तौर पर Trust deed होता है जिसे non-judicial stamp paper के द्वारा निष्पादित किया जाता है। 

2. Society Act 

Societies Registration Act, 1860 एक केंद्रीय एक्ट है NGO का रजिस्ट्रेशन करने के लिए। इस एक्ट के अंतर्गत एनजीओ का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए Memorandum Of Association And Rules And Regulation Document की आवश्यकता पड़ती है इस डॉक्यूमेंट को बनाने के लिए कुल सात लोगो की आवश्यकता पड़ती है। और हाँ इसमें किसी भी प्रकार का स्टाम्प पेपर की आवश्यकता नहीं होती है। 

3. Companies Act 
और तीसरा है कम्पनीज एक्ट एनजीओ को कम्पनीज के तौर पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए Memorandum And Articles Of Associatio, Document की आवश्यकता होती है। रजिस्ट्रेशन के लिए आप कम्पनीज रजिस्ट्रार के पास जा सकते है। इसमें कम से कम तीन ट्रस्टी की आवश्यकता होती है। और हाँ इसमें भी सोसाइटी एक्ट की तरह किसी भी प्रकार का स्टाम्प पेपर की आवश्यकता नहीं होती है। 
 

FAQs – 

Q. भारत में कितने NGO है?

Ans – वर्तमान समय भारत में तकरीबन 30 लाख से भी अधिक NGO संचालित है।

Q. गैर सरकारी संगठन की स्थापना कब हुई?

Ans – एनजीओ की स्थापना आधिकारिक तौर पर यूनाइटेड नेशंस की स्थापना के समय साल 1945 ईस्वी से होने लगी थी।

Q. NGO में कौन कौन से पद होते है?

Ans – जिस प्रकार किसी भी सरकारी संगठन में कई सारे पद होते है और उस पद पे बैठे सभी लोगो का अपना अपना काम होता है। ठीक उसी प्रकार NGO में भी कई तरह के पद होते है जैसे की अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यझ, सचिव, सलाहकार,कार्यकरता, वालंटियर्स इत्यादि। 

आशा करता हूँ आपको ये आर्टिकल NGO क्या है? NGO Full Form in Hindi अच्छा और ज्ञानवर्धक लगा होगा, अब आप पूरी तरह से एनजीओ के बारे में जान पाएंगे, इसे आप अपने दोस्तों, सग्गे-सम्बन्धियों के साथ भी शेयर करे ताकि वो भी NGO के बारे में अच्छे से जान पाए किसी भी प्रकार का सवाल, सुझाव आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है धन्यवाद!

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Rahul Niti

नमस्कार दोस्तों, मैं Rahul Niti एक Professional Blogger हूँ और इस ब्लॉग का Founder, Author हूँ. इस ब्लॉग पर मैं बहुत से विषयों पर लिखता हूँ और अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से उपयोगी और नईं-नईं जानकारी शेयर करता रहता हूँ।

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