आज के युग में Computer ने इतना Developement कर लिया है कि कंप्यूटर इंसान की तरह सोच और समझ भी सकता है ऐसे में आप लोगों ने देखा होगा कि आज की समय में एक नया शब्द काफी चर्चा का विषय बना हुआ है जिसे हम लोग Artificial Intelligence के नाम से जानते हैं आज की तारीख में इसका इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है।
जहां पर एक Computer इंसान की तरह सभी काम कर सकता है और जिस प्रकार इंसान अपने बौद्धिक क्षमता से किसी भी काम को आसानी से पूरा कम समय में कर लेता है ठीक उसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) Technology के माध्यम से कोई भी काम इंसान से भी कम वक्त में पूरा कर सकने में सक्षम है।
ऐसे में अगर आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और यह कैसे काम करती है (Artificial Intelligence kya hai) तो आप इस आर्टिकल को अंत तक पढ़कर इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है तो आइये जानते है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? (Artificial Intelligence Kya Hai)
Artificial Intelligence या AI एक बौद्धिक क्षमता होता है जिसे आर्टिफिशियल तरीके से विकसित किया जाता है. AI का पूरा नाम Artificial Intelligence होता है आसान शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा Machine System है जिसमे सोचने और समझने की शक्ति बिल्कुल इंसानों की तरह से होती है और यह इंसान की तरह ही सभी कामों को अपने मुताबिक करता है।
कुछ लोग इसे Robot Technology भी कहते हैं इस Technology का इस्तेमाल विशेष तौर पर कंप्यूटर में किया जाता है Artificial Intelligence को हिंदी में मानव निर्मित दिमाग भी कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर आप Google Map को ही ले. गूगल मैप आपको Navigate करके आपके मंजिल तक आपको बहुत ही आसानी से पहुंचा देता है।
Digital Virtual Assistant जैसे की Amazon का Alexa और Apple का SIRI, Self-driving cars इत्यादि Artificial Intelligence का बेहतरीन उदहारण है। तो ये सभी चीजें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके की होता है।
Artificial Intelligence का आविष्कार कब हुआ?
John McCarthy के द्वारा ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आविष्कार किया गया था. इन्होने साल 1950 में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द का इस्तेमाल किया था। John McCarthy को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जनक कहा जाता है।
John McCarthy अमेरिका का रहने वाला निवासी है ये Computer साइंटिस्ट के साथ-साथ एक शोधकर्ता भी थे. John McCarthy ने अमेरिका में Dartmouth नाम के कॉलेज की Workshop में वर्ष 1956 के दौरान भाग लिया था. इसके बाद ही उन्होंने Artificial Intelligence के बारे में अपने विचार लोगों के साथ साझा किया था।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काम कैसे करता है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस निम्नलिखित तरीके से काम करता है जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे आइए जानते हैं।
Learning
इस प्रक्रिया में सबसे पहले Device में जानकारी डाली जाती है इसके अलावा कुछ Rules and Regulations भी इसमें Upload किए जाते हैं ताकि नियम के अनुसार ही Device कोई भी काम आसानी से कर सकें। आसान शब्दों में कहे तो इसका मतलब ये है कि Device को सिखाना करना ताकि वह कोई भी काम इंसान की तरह आसानी से कर सकें।
सिखाने से मतलब ये है की जिस किसी डिवाइस में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जायेगा उसमे सभी तरह के Data को अपलोड करना ताकी वो काम करने में सक्षम हो सके।
Reasoning
ऐसी प्रक्रिया में इस बात को निर्धारित किया जाता है कि Devices के द्वारा जो भी Results प्रदर्शित करेगा वह नियम के अनुसार ही होगा और नियम जैसा उसे कहेगा उसे ऐसे ही रिजल्ट show करना पड़ेगा।
Self-Correction
इस प्रोसेस में Algorithms को लगातार ठीक करने के लिए डिजाइन किया गया है ताकि वो Devices जिसमे आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का Use किया गया है वो हमेशा सटीक और सही Results दे सके।
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार (Types of Artificial Intelligence)
क्षमता के आधार पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दो प्रकार के होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे ही बिंदु अनुसार देंगे तो आइए जानते है।
Weak Artificial Intelligence
Weak Artificial Intelligence को Narrow AI भी कहते हैं ये लिमिटेड और विशेष क्षेत्र का काम करने में ही सक्षम होता है इसके द्वारा आप केवल विशेष काम ही कर सकते हैं। वैसे काम जिसे अगर कोई व्यक्ति करे तो वो काफी Time Consuming होगा तो ऐसे चीजों में ये काफी लाभदायक है उदाहरण के लिए Speech Recognition, Image Recognition, Automatic Car, और video Games इत्यादि।
Strong Artificial Intelligence
Strong Artificial intelligence को General Artificial intelligence के नाम से जानते हैं क्योंकि ये सभी काम मनुष्य की तरह कुशलतापूर्वक कर सकता हैं और इनकी सोचने और समझने की शक्ति बिल्कुल इंसान की तरह होती है हालाकिं आज के समय में इस प्रणाली का इस्तेमाल किसी भी क्षेत्र में नहीं किया जा रहा है।
क्योंकि अभी तक वैज्ञानिकों को इस क्षेत्र में उतनी सफलता नहीं मिली है जितनी मिलनी चाहिए ऐसे में भविष्य में आने वाले दिनों में ऐसे कई Devices का निर्माण किया जाएगा जो बिल्कुल इंसान की तरह ही काम कर सकेंगे और जिसमें सोचने और समझने की शक्ति इंसान से बिल्कुल मिलती-जुलती होगी।
कार्यक्षमता अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितने प्रकार के होते हैं?
कार्य क्षमता के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चार प्रकार के होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदुनुसार देंगे जो इस प्रकार है आइए जानते है।
- पूर्णतः प्रतिक्रियात्मक (Purely Reactive)
- मस्तिष्क सिद्धांत (Brain Theory)
- आत्म-चेतन (Self Conscious)
- सीमित स्मृति (Limited Memory)
Purely Reactive Artificial Intelligence
Purely Reactive मशीन सबसे बेसिक टाइप है आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का। इस तरह का Artificial Intelligence future में होने वाली क्रियाओं के लिए किसी तरह का Memory या बीत चूका हुआ किस प्रकार का अनुभव को स्टोर नहीं करता। मतलब की कोई काम करने के लिए ये ना ही मेमोरी का इस्तेमाल करता है और ना ही पिछले अनुभवों का।
Brain Theory Artificial Intelligence
अगर हम Brain Theory Artificial Intelligence के बारे में चर्चा करें तो मैं आपको बता दूं कि इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ऐसे Devices बनाए जाएंगे जिसकी सोचने और समझने की शक्ति बिल्कुल इंसानों की तरह होगी।
जिस प्रकार इंसान भावना के साथ अपने हाव-भाव को बदलता है ठीक उसी प्रकार उपकरण भी भावना के अनुसार ही कार्य करेंगे। इस तरह के AI मशीन अभी तक Develope नहीं किये गए है पर दुनिया भर के साइंटिस्ट इस तरह के AI विकसित करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे है।
Self Conscious Artificial Intelligence
अगर हम self conscious Artificial Intelligence के बारे में चर्चा करें तो वे इसे हम लोग self awareness के नाम से भी जानते हैं इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भावना, चेतना, आत्मा चिंतन जैसे गुण होंगे। हालांकि इस प्रकार के आर्टिफिशियल आज के समय में उपलब्ध नहीं है इस पर तेजी के साथ काम किया जा रहा है और आने वाले भविष्य में आपको इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दिखाई पड़ेंगे। इस तरह के मशीन सुपर इंटेलीजेंट होगा।
Limited Memory Artificial Intelligence
Limited Memory Artificial Intelligence एक ऐसा आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस है जिसमें Memory और पिछले अनुभवों से प्राप्त Data को कुछ समय के लिए स्टोर कर के रखा जाएगा ताकि अगर भविष्य में किसी प्रकार के डाटा की जरूरत पड़े तो उसे Recover कर इस्तेमाल किया जा सके। उदहारण के लिए Self Driving Car, इस तरह के कार अपने पुराने डाटा जैसे की Car की स्पीड, Road का डायरेक्शन ये सभी Data स्टोर कर के रखेगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग (Uses of Artificial Intelligence)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के निम्नलिखित प्रकार के क्षेत्रों में किया जाता है जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे जो इस प्रकार है।
- Digital Virtual Assistant जैसे की Amazon का Alexa और Apple का SIRI, Artificial Intelligence का बेहतरीन उदहारण है।
- Smart assistants जैसे की कमरा में प्रवेश करतेहि Bulb का जलना, हाथ से ताली बजाने के बाद अपने आप ही पंखे का चालू हो जाना।
- Voice Search
- Google Map
- Self-driving cars
- AI Robotics
- Automated financial investing.
- Social media monitoring
- Online Ads-Network
- Gaming
- E-Payments
- Chatbots
- Healthcare
- Business
- Education
- Manufacturing Industry
- Security and Surveillance इत्यादि।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे (Benefits of Artificial Intelligence)
- इंसानी गलती को कम करना
- कार्यकुशलता को बढायेगा
- High Accuracy के साथ काम करे
- ट्रेनिंग और संचालन की लागत को कम करेगा
- 24 घंटे काम करते रहना और कभी ना थकना
- इंसान के कामों को आसान बनाना
- लगातार परिणाम देते रहना
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नुकसान
- Artificial Intelligence बनाना काफी महंगा है।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने के कारण देश और दुनिया मे बेरोजगारी की समस्या बढ़ गई है।
- इंसान आलसी होते जा रहे हैं।
FAQ’s –
Q. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्या फायदा है?
Ans – आज के समय में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का कई क्षेत्रो में इस्तेमाल किया जा रहा है जैसे की इसका इस्तेमाल Self Driving car में किया जा रहा है डिजिटल वर्चुअल अस्सिस्टें के तौर पर Alexa और Siri में AI का इस्तेमाल ही हो रहा है इसके अलावा कई फील्ड है जैसे की Healthcare ,Robot Technology, Social Media Monitiring, Online Gaming, Google Map, Voice Search, Chatbots इत्यादि चीजों में Artificial Intelligence का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Q. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आप क्या समझते हैं?
Ans – Artificial Intelligence या AI एक बौद्धिक क्षमता होता है जिसे आर्टिफिशियल तरीके से विकसित किया जाता है आसान शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा Machine System है जिसमे सोचने और समझने की शक्ति बिल्कुल इंसानों की तरह से होती है और यह इंसान की तरह ही सभी कामों को अपने मुताबिक करता है। कुछ लोग इसे Robot Technology भी कहते हैं इस Technology का इस्तेमाल विशेष तौर पर कंप्यूटर में किया जाता है Artificial Intelligence को हिंदी में मानव निर्मित दिमाग भी कहा जाता है।
Q. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितने प्रकार के होते हैं?
Ans – वर्तमान समय के क्लासिफिकेशन के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चार प्रकार के होते है जो इस प्रकार है। पूर्णतः प्रतिक्रियात्मक (Purely Reactive), मस्तिष्क सिद्धांत (Brain Theory), आत्म-चेतन (Self Conscious), सीमित स्मृति (Limited Memory) .
Q. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आविष्कार किसने किया था?
Ans – John McCarthy के द्वारा ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आविष्कार किया गया था।
आशा करता हूँ आपको ये आर्टिकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और यह कैसे काम करती है (what is artificial intelligence in hindi) अच्छा और ज्ञानवर्धक लगा होगा इसे आप अपने दोस्तों के साथ साथ सोशल मीडिया साइट्स पर भी जरूर शेयर करें, किसी भी प्रकार का सवाल, सुझाव आप कमेंट में पूछ सकते है धन्यवाद!
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