Machine Learning क्या है और कैसे काम करता है? what is Machine Learning in Hindi

हेलो दोस्तों, स्वागत है एक नए आर्टिकल में आज हम बात करेंगे मशीन लर्निंग क्या है? (What is machine learning in hindi) मशीन लर्निंग क्या है ये कितने प्रकार का होता है इसका इस्तेमाल करने के फायदे क्या है ऐसे तमाम सवालों के जवाब आप इस लेख के माध्यम से जान पाएंगे तो आइये जानते है। 

मशीन लर्निंग क्या है? (What is Machine Learning)

Machine Learning, Artificial intelligence का एक प्रकार होता है जो सिस्टम को ऐसी क्षमता प्रदान करता है जिसके सहारे Machine खुद बिना किसी की सहायता से सब कुछ सीख जाता है जैसे इंसान अपने जीवन के अनुभव से बहुत कुछ सीखता है ठीक उसी प्रकार भी मशीन भी अपने अनुभव के माध्यम से बहुत कुछ Learn करता है। 

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इसके अलावा मशीन अपने परफॉरमेंस को इंप्रूव करता है आज के समय में मशीन लर्निंग यानी Artificial intelligence इतना Develop हो चुका है कि आप इसके माध्यम से दुनिया का कोई भी काम बिना किसी मानव की सहायता से चंद मिनटों के अंदर पूरा कर सकते हैं इसका प्रमुख लक्ष्य Computer System को एडवांस बनाना है। 

बिना मानव की सहायता से जिस मशीन लर्निंग सिस्टम या Program को प्रशिक्षित कराया जाता है उसे Machine Learning Model कहा जाता है मशीन लर्निंग मॉडल एक Computer Program होता है, यही Input लेता है और फिर Experience से सीखकर Output Predict करता है। 

Machine Learning के द्वारा मशीन को बिल्कुल इंसानों की तरह बनाया जाता है जैसे इंसान सोच समझ कर ही कोई निर्णय लेता है ठीक उसी प्रकार मशीन को ऐसा बनाया जाता है कि मशीन अपना Decision खुद ले सके उसके लिए उसे किसी इंसान की जरूरत ना पड़े। Machine learning का अविष्कार 1959 में Arthur Samuel ने किया जाता था।

Machine learning के प्रकार (Types of Machine Learning)

मशीन लर्निंग निम्नलिखित प्रकार के होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे आइए जानते है। 

Supervised Learning

Supervised learning मशीन लर्निंग का एक प्रकार है जिसमें Labeled Data का इस्तेमाल मशीन को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है इसमें मशीन data sets को समझने के लिए labeled data का इस्तेमाल model को create करने के लिए करता है। 

Labelled data एक प्रकार का इनपुट डाटा होता है जो मशीन में पहले से मौजूद होता है इसका प्रमुख कार्य Output डाटा क Anylisis कर आउटपुट डाटा की भविष्यवाणी करना है अगर इसे हम आसान भाषा में कहें तो सुपरवाइज्ड लर्निंग की प्रक्रिया है जिसमें सिस्टम में उपस्थित Input Data के माध्यम से User को सही Ouput Data प्रदान करना है। 

Supervised learning निगरानी पर आधारित लर्निंग प्रक्रिया होती है वैसे ही जैसे एक छोटा बच्चा अपने माता-पिता की निगरानी में रहकर अच्छे और बुरे की पहचान करता है। सुपरवाइज्ड लर्निंग दो प्रकार के होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं। 

Regression – Regression, supervised learning का एक प्रकार है यह एक ऐसी तकनीक है जिसका प्रयोग निर्भय निर्भर रहने वाले लोगों के बीच में क्या संबंध है उसका पता लगाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा Regression का उपयोग मशीन लर्निंग में predictive modelling की विधि के रूप में किया जाता है।

Regression भी कई प्रकार के होते है। जैसे Linear Regression, Non-Linear Regression, Polynomial Regression, Bayesian Linear Regression और Regression Trees.

Classification – Classification एक तरह का Algorithm है जिसमें Data को कैटेगरी में व्यवस्थित किया जाता है इसमें डाटा को वर्गीकरण करने के लिए गणितीय तकनीक जैसे Decision trees, linear programming,और Neural Networks इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है। 

उदाहरण के लिए – इसका इस्तेमाल स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को वर्गीकरण करने के लिए किया जाता है यानी उनका ग्रेड्स निर्धारित करने में सहायक होता है जैसे Average, Good, Excellent.

Unsupervised Learning

Unsupervised learning, supervised learning के ठीक उल्टा होता है इसमें Unlabeled data का इस्तेमाल  कर मशीन को प्रशिक्षित किया जाता है इस प्रक्रिया में मशीन बिना निगरानी के ही सब कुछ सीखने का काम करती है। 

इसका उपयोग डाटा से अधिक मात्रा में उपयोगी insights प्राप्त हो उसके लिए किया जाता है इस प्रकार का लर्निंग मॉडल मनुष्य की तरह सोचने में सक्षम होता है जैसे मनुष्य की तरह व्यवहार करना, सोचना, कार्य करना, सोचना इत्यादि Unsupervised Learning दो प्रकार के होते है जो निम्नलिखित है। 

Clustering – इस प्रकार के विधि में Object को एक दूसरे से अलग कर उन्हें एक ग्रुप में व्यवस्थित किया जाता है एक ग्रुप के ऑब्जेक्ट को एक ग्रुप में और दूसरे ग्रुप के ऑब्जेक्ट को दूसरे ग्रुप में रखा जाता है इसका सबसे अच्छा उदाहरण है कि जब आप खाने के लिए किसी होटल में जाते हैं तो आपने देखा होगा कि वहां पर विभिन्न प्रकार के खाने की चीजें होती हैं इसके अलावा अगर आप गाड़ियों के शोरूम में जाते हैं तो वहां पर विभिन्न प्रकार के कंपनियों के गाड़ी अलग-अलग जगहों पर रखे होते है। 

Association Association एक ऐसी तकनीक है जो यह बताता है की ऑब्जेक्ट एक दूसरे से किस प्रकार Associate (जुड़ी) हुई है। Association बड़े Database में variables के बीच संबंध को को खोजने की एक मशहूर विधि है। 

Semi-supervised Learning

Semi-Supervised learning मशीन लर्निंग का एक भाग है जो की supervised learning और unsupervised learning दोनों से मिलकर बनी होती है। इसमें मशीन को सिखाने के लिए कम मात्रा में labeled data और ज्यादा मात्रा में unlabeled data का इस्तेमाल किया जाता है। 

Reinforcement Learning

Reinforcement learning एक ऐसी लर्निंग Technic है जिसमें agent को सही कार्य करने पर पुरस्कार दिया जाता है और गलत कार्य करने पर जुर्माना उसे देना पड़ता है। ये फीडबैक पर आधारित लर्निंग मेथड होता है इसमें प्राप्त फीडबैक के आधार पर एजेंट अपने आपको सिखाता है।

और अगर उसने कोई गलती की है तो उस कल्टी को सुधार देता है इसका सबसे बड़ा उदाहरण है Robot खुद से ही अपने हाथ को चलाना सिखाता है उसके लिए उसे इंसानी सहायता की जरूरत नहीं पड़ती है। 

Machine Learning का उपयोग (Uses Of Machine Learning)

इसका उपयोग निम्नलिखित जगह पर होता है जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे जो इस प्रकार है। 

  • Machine learning का इस्तेमाल व्यक्तियों, स्थानों, वस्तुओं, चित्र इत्यादि को पहचानने के लिए किया जाता है  चित्रों के पहचान के लिए Face Detection का इस्तेमाल किया जाता है जो इसका एक part है। 
  • आप लोगों ने देखा होगा कि जब आप गूगल में माइक के माध्यम से कुछ बोलते हैं तो आपके सामने आपने जो बोला है उस से जुड़ा हुआ रिजल्ट आ जाता है ये मशीन लर्निंग के द्वारा गूगल आपको इस प्रकार सर्विस दे पाता है। 
  • आज आप Google Map के द्वारा भारत के किसी भी कोने में बिना किसी की सहायता से जा सकते हैं गूगल मैप में जिस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है उस तकनीक को हम लोग Machine Learning के नाम से जानते है। 
  • मशीन लर्निंग का इस्तेमाल Amazon और Netflix जैसी कंपनियां करती है यह कंपनियां यूजर को Input के बदले और Output Data प्रदान करती है इसका उदाहरण है कि जब आप अमेजॉन पर कोई प्रोडक्ट खरीदने के लिए सर्च करते हैं तो उस प्रोडक्ट्स की सभी जानकारी आपके स्क्रीन पर आ जाता है और ऐसा अमेजॉन कंपनी आपके लिए कर पाती है इसके पीछे मशीन लर्निंग टेक्निक है। 
  • Machine Learning के द्वारा आज जटिल से जटिल रोगों की पहचान की जाती है ताकि उसका उपचार किया जा सके। 
  • Share Market में आप लोगों ने देखा होगा कि बड़े-बड़े Share Experts इस बात की भविष्यवाणी करते हैं कि भविष्य में इस शेयर की कीमत बढ़ेगी और उसकी कम होगी यह सब कर पाना संभव होता है क्योंकि यहां पर मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है हालांकि शेयर बाजार को प्रेडिक्ट करना आसान नहीं है इसलिए कभी-कभी इनके द्वारा लगाया गया अनुमान भी गलत हो सकता है इसलिए आप अपने विवेक का इस्तेमाल करें। 
  • ऑनलाइन अगर किसी प्रकार का फ्रॉड हुआ है तो उसे पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा आप जो Online Tranctions करते हैं उसे सूचित करने का काम भी मशीन लर्निंग करती है। 
  • मशीन लर्निंग का इस्तेमाल Virtual Personal Assistants के निर्माण करने के लिए किया जाता है Virtual Personal Assistants एक ऐसा टूल होता है जो यूजर की आवाज के जरिये Command प्राप्त करता है और उस Command के जरिये यूजर को Output देता है जैसे की Google assistant, Alexa, Cortana, Siri इत्यादि। 

Machine Learning के फायदे (Benefits of Machine Learning)

मशीन लर्निंग के निम्नलिखित प्रकार फायदे हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं जो इस प्रकार है। 

  • Machine Learning के द्वारा किसी भी मशीन को एडवांस और मॉडर्न बनाया जाता है। 
  • Machine Learning पुराने डाटा के माध्यम से नए डाटा के बारे में भविष्यवाणी करती है जिससे इसका इस्तेमाल करने वाला उपयोगकर्ता को भविष्य में क्या घटित होने वाली है उसके बारे में जानकारी मिल जाती है हालांकि जो डाटा यहां पर प्राप्त होते हैं वह बिल्कुल सटीक होंगे इसकी कोई गारंटी नहीं होती है। 
  • इसके द्वारा छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होती है मशीन लर्निंग छात्रों को ऐसी तकनीक प्रदान करती है जिसके माध्यम से वह किसी भी चीज मे रिसर्च कर डाटा इकट्ठा कर सके। 
  • आज के समय में किसी भी गंभीर बीमारी का पता अगर डॉक्टर को लगाना है जिसके लिए Machine Learning Technology का इस्तेमाल किया जाता है जिससे चंद मिनटों के अंदर गंभीर बीमारी के बारे में डॉक्टर को जानकारी प्राप्त हो। 
  • यह इंसानो की तुलना में ज्यादा मात्रा में Data को Review और Analyze कर सकता है। 
  • इसके अलावा Machine Learning में पुराना डाटा स्टोर होता है जिससे भविष्य में अगर आपको नया डाटा Predict करना है तो आप इसका इस्तेमाल कर पाएंगे। 
  • Machine Learning में ऑटोमेटिक कार्य करने का Algorithm होता है जो पूरी तरह से अपडेट होता है उसे इस बात की जानकारी होती है कि उसे कौन से समय कौन सा काम करना है और कौन सा नहीं। 

Machine Learning के नुकसान

मशीन लर्निंग निम्नलिखित प्रकार के अनुसार होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु आंसर देंगे जो इस प्रकार है। 

  • Machine Learning को प्रशिक्षित करने के लिए अधिक Data की आवश्यकता होती है जिसके कारण इसके परिणाम मे गलतियां होने की संभावना बढ़ अधिक मात्रा में डेटा होने के कारण कार्यो को पूरा करने में काफी समय लग जाता है।
  • Machine Learning के Algorithm को विकसित होने में अधिक समय लगता जिसके लिए आपको अधिक संसाधन खर्च करने पड़ेंगे। 
  • इसमें पुराने Input Data की मदद से Output Data की भविष्यवाणी की जाती है लेकिन यहां पर जो आउटपुट डाटा प्राप्त होंगे वह बिल्कुल सटीक होंगे इसकी कोई गारंटी नहीं है। 
  • इसमें Data का size काफी बड़ा होता है जिसके कारण सिस्टम को अधिक मात्रा में Memory Space कि यहां पर आवश्यकता पड़ती है। 

FAQ’s –

Q मशीन लर्निंग का क्या अर्थ होता है?

Ans – मशीन लर्निंग के बारे में सीधा सीधा शब्दों में कहे तो ये एक प्रकार का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है इसे इस तरह से डिजाईन किया गया है की ये Algorithm और Statistics का उपयोग करके Output Data देने में सक्षम होता है।

Q. मशीन लर्निंग कितने प्रकार के होते हैं?

Ans – मशीन लर्निंग के चार प्रकार होते है Supervised, Unsupervised, Semi-supervised और Reinforcement Learning .

Q. मशीन लर्निंग का आविष्कार किसने किया था?

Ans – मशीन लर्निंग शब्द साल 1959 में आईबीएम के एक एम्प्लॉई और कंप्यूटर गेमिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फील्ड में अग्रणी व्यक्ति Arthur Samuel द्वारा गढ़ा गया था।

निष्कर्ष –

उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल Machine Learning क्या है और कैसे काम करता है? what is Machine Learning in Hindi अच्छा और ज्ञानवर्धक लगा  होगा आज के समय में मशीन लर्निंग बहुत से फ़ील्ड्स जैसे की Healthcare, Education, Banking, Share Market, Technology आदि क्षेत्रो में में योगदान दे रही है. दोस्तों मशीन लर्निंग और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस में अभी और रिसर्च किया जाना है। 

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नमस्कार दोस्तों, मैं Rahul Niti एक Professional Blogger हूँ और इस ब्लॉग का Founder, Author हूँ. इस ब्लॉग पर मैं बहुत से विषयों पर लिखता हूँ और अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से उपयोगी और नईं-नईं जानकारी शेयर करता रहता हूँ।

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