आज के इस लेख में हमलोग ट्यूलिप फूल (Tulip Flower) के बारे में जानेंगे। भारत में विभिन्न प्रकार के फूलपाए जाते हैंऔर उन सभी फूलो में ट्यूलिप फूल अपनी आकर्षक सुगंध और बला की खूबसूरती के लिए जानी जाती है। Tulip फूल का इस्तेमाल सामान्य तौर पर अपने जान से भी ज्यादा चाहने या किसी के प्रति गहरा प्रेम दर्शाने के लिए इसे अपनों से मिलते समय भेंट के तौर पर दी जाती है।
तो चलिए आज के इस ट्यूलिप फूल की जानकारी (Tulip Flower Information in Hindi) पोस्ट में हम ट्यूलिप फूल के बारे में विस्तार से जानते है तो लेख को अंत तक जरूर पढ़े आइये जाने।
ट्यूलिप फूल की जानकारी (Information About Tulip Flower)
Tulip Flower, Lily Family (Liliaceae) का सदस्य माना जाता है। भारत के केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर, लद्दाख में सबसे अधिक ट्यूलिप फूल पाया जाता है। और वही अगर पूरी दुनिया की बात करे तो सबसे अधिक नीदरलैंड्स देश में इसका प्रोडक्शन होता है।
इसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह फूल तुर्की का मूल निवासी है लेकिन इसकी उत्पत्ति हिमालय के क्षेत्र में हुई थी। इसके बारे में कहा जाता है कि 16 शताब्दी में Europe में सबसे पहले Tulip पाया गया था है.
ट्यूलिप शब्द ईरानी भाषा के वर्ड “टोलिबन” से लिया गया है जिस का हिंदी में अर्थ होता है ‘पगड़ी’ ऐसा कहा जाता है कि पुराने जमाने में तुर्की के लोग अपने पगड़ी को इस फूल की तरह से सजाएं करते थे ताकि उनका पगड़ी देखने में आकर्षक लगे।
ट्यूलिप फूल की विशेषताएं
- ट्यूलिप फूल का Colour पीला, लाल, बैगनी, गुलाबी और सफेद होता है।
- फूल देखने में एक कप के समान होता है और उसके अंदर 6 पंखुड़ियां होते हैं।
- इसके पौधे पर चार से पांच पत्ते होते हैं और पत्तों का रंग हरा होता है।
- इसका पौधा 3 से 7 इंची तक बढ़ सकता है।
- Tulip को Queen of Night कहा जाता है।
- इसकी 150 से भी अधिक प्रजातिपाई जाती है अगर ट्यूलिप की किस्मों की बात करे तो ये 3000 हजार से भी ज्यादा है।
ट्यूलिप के लिए जलवायु कैसी होनी चाहिए
Tulip बसंत ऋतु में काफी तेजी के साथ पनपता है इसके फूल बसंत और गर्मी ऋतु की शुरुआत के साथ उगता है ट्यूलिप फूल के लिए के लिए ठंडी जलवायु सबसे ज्यादा उपयुक्त होती है। अगर आप उत्तर भारत में रहते हैं तो फूल को सितंबर से अक्टूबर के महीने में आपको लगाना चाहिए इसके विपरीत अगर आप दक्षिण भारत में रहते हैं तो इसे नवंबर और दिसंबर के महीने में लगा सकते है।
ट्यूलिप फूल कितने प्रकार के होते हैं?
ऐसे तो ट्यूलिप फूल कई प्रकर के होते है जिनमे कुछ मुख्य प्रकर फूल के बारे में निचे जानकारी दी गई है।
1. Tulip Greigii Regel
इसका आकार में कटोरा (bowl-like shape) के समान होता है और ये विशेष तौर पर हरें और बैगनी पत्तों के लिए जाना जाता है। ये खासकर Iran, Kazakhstan, Kirgizstan, Tadzhikistan, Uzbekistan देशो में पाया जाता है।
2. Parrot Tulip
ट्यूलिप के इस प्रकार के फूल अपनी सुंदरता और जीवंत रंगो के लिए प्रसिद्ध है। यह दिखने में बेहद ही खूबसूरत और मनमोहक होती है है। इसके फूल सभी प्रमुख रंग लाल, नारंगी, गुलाबी, सफेद, बैंगनीऔर पीले रंगो में खिलता है। सामान्य तौर पर इनकी पंखुड़ियां पंखदार होती है। इसका तना अन्य प्रजातिके मुकाबले बड़े होते है इसके फूल का साइज बड़ा होने के कारण बेहद ही नाजुक होती है।
3. Tulipa Kaufmanniana Regel
इसके पते लांस के आकर की तरह होते है जो हरे, सफ़ेद, नील-हरे कलर के होते है। सामान्य तौर पर इसे ‘Water-lily Tulip के नाम से जाना जाता है क्यूंकि इसके फूल के पंखुड़ियाँ बाहर की ओर वाटरलीली फूल के जैसे खुलती है। ये ट्यूलिप के सबसे खूबसूरत दिखने वाले फूलों में से एक है ये विशेष तौर पर सेंट्रल एशियाई देशो में पाए जाते है।
4. Tulipa Clusiana Vent
यह फूल सभी टयूलिप के फूलों से सबसे सुंदर और मनमोहित करने वाला फूल होता है जिसका रंग सफेद और पंखुड़ियों के बाहरी तरफ गुलाबी बैंगनी रंग की धारियां होती है। इसका इस्तेमाल सर्वाधिक रूप में सजावट के तौर पर की जाती है।
ट्यूलिप फूल उपयोग कहां किया जाता है?
Tulip Flower का इस्तेमाल निम्नलिखित तरह से किया जाता है।
- ट्यूलिप के फूलों का इस्तेमाल गुलदस्ते में लगाकर लोगों को उपहार देने और Deep Love को दर्शाने के प्रतिक के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग शादी समारोह में सजावट करने के लिए किया जाता है।
- इस फूल का उपयोग गुलदस्ते के साथ किसी मरीज से मिलने तथा हाल-चाल पूछने के लिए किया जाता है।
- ट्यूलिप के पंखुड़ियों का उपयोग प्याज के स्थान पर किया जा सकता है।
- द्वितीय विश्व युद्ध में इसका सेवन उन व्यक्तियों के द्वारा किया जाता था जो अन्य खाद्य पदार्थ खरीद नहीं पाते थे।
- ट्यूलिप फूल को ठंड बहुत पसंद होता है यह ठंडे स्थानों में काफी जल्दी बढ़ती और खिलती है।
ट्यूलिप के फूल को कैसे उगाएंगे?
ट्यूलिप के फूलों के पौधों को उगाने के लिए रेतीली मिट्टी काफी उपयुक्त होती है इसके लिए सबसे पहले आप 12 से 15 इंच मिट्टी की खुदाई करेंगे उसमे खाद के रूप में गोबर या कम्पोस्ट खाद मिला देंगे और उनके बल्बों के अंकुरित नुकीले सिरे को ऊपर की ओर रख कर उन्हें मिट्टी से ढक दे।
अगर आप इसे अपने घरों में उगाना चाहते है तो इसे लगाने के लिए आपको एक ठीक ठाक साइज का गमला लेना होगा और उसमे अच्छे प्रकार की मिटटी और खाद के रूप में गोबर का इस्तेमाल भी कर सकते है। और अगर आप इसमें थोड़ा सा बालू मिला देंगे तो ये बहुत ही तेजी से उगेंगे।
ट्यूलिप के फूल देखभाल कैसे करें?
- यदि आपने जहां पर इस फूल को लगाया है वहां पर सप्ताह में एक बार बारिश होती है तो आपको फुल में पानी देने की जरूरत नहीं है और अगर बारिश नहीं होती है तो आपको पानी जरूर देना होगा।
- फूल का समुचित विकास हो सके इसके लिए आपप्रयाप्त मात्रा में खाद जरूरी डालेंगे।
- पौधों पर फूल आने तक 6 सप्ताह तक पतियों पर आने दे उसके बाद ही पतियों को पौधों से अलग करेंगे।
- जब इसके पत्ते पीले होकर मुरझाने लगे तो पेड़ पौधों से अलग कर दे।
- इसके पौधों को सूरज की तेज रोशनी से बचाए।
- इसके पौधों में कुछ कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें ताकि कीट पतंग से इसके पौधों कप बचाया जा सके।
- इसके पौधे को ठंडी जलवायु में रोपने के लिए अति उपयुक्त है।
ट्यूलिप फूल के रंगो का मतलब
जिस तरह से गुलाबी के फूल का प्रत्येक रंग कुछ कहता है, उसी तरह ट्यूलिप के फूल का प्रत्येक रंग का अपना अलग अर्थ होता है, जो की इस प्रकार है।
- लाल रंग – लाल रंग का Tulip फूल गहरे प्यार का प्रतिक होता है। इसका इस्तेमाल आप किसी से डीप लव दर्शाने के प्रतिक के रूप में कर सकते है।
- सफ़ेद रंग – सफ़ेद रंग का ट्यूलिप फूल माफ़ी या क्षमा का प्रतिक होता है। मतलब आप इसे किसी से क्षमा माँगने के समय दे सकते है।
- गुलाबी रंग – गुलाबी रंग का ट्यूलिप फूल आत्मविश्वास और ख़ुशी का प्रतिक होता है।
- बैंगनी रंग – बैंगनी रंग का ट्यूलिप का फूल वफ़ादारी का प्रतिक होता है।
- पीला रंग – पीला रंग का ट्यूलिप का फूलपॉजिटिव एनर्जी का प्रतिक होता है।
Tulip फूल के बारे में रोचक तथ्य (Tulip Flower in Hindi)
- पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा ट्यूलिप के फूल नीदरलैंड में उगाए जाते हैं और ये प्रतिवर्ष 2 से 5 बिलियन फूलों का निर्यात पूरे दुनिया में करता है।
- पुराने समय में ट्यूलिप के फूल की कीमत सबसे अधिक होती थी इसके कारण इसे खरीद पाना सबके लिए संभव नहीं था
- 1600 ईस्वी में ट्यूलिप फूल की डिमांड बढ़ जाने के कारण इसकी कीमत इतनी अधिक हो गई कि इसे खरीदने के लिए एक व्यक्ति को अपना घर बेचना पड़ता था।
- ट्यूलिप की पंखुड़ियों का उपयोग खाने के लिए भी किया जाता है।
- दूसरे विश्व युद्ध के समय है जब खाने की कमी पड़ गई थी तब लोगों ने इस फूल के पंखुड़ियों को खाकर अपना गुजारा किया था।
- ट्यूलिप एक ऐसा पौधा है जिसे सिर्फ ठंडे स्थानों पर उगाया जाता है अगर इसे आप गर्म स्थान पर उगाने की कोशिश करेंगे तो उसका फूल अच्छी तरह से फलता और खुलता नहीं है।
- ट्यूलिप के फूल को हिंदी में कंद-पुष्प कहते हैं।
- ट्यूलिप के फूल की कलियाँ अन्य पौधों की तुलना में मजबूत होता है।
- ट्यूलिप का फूल तुर्की और अफगानिस्तान का राष्ट्रीय फूल है।
- ट्यूलिप का फूल हमेशा प्रकाश की दिशा में झुका रहता है।
- यह फूल कई रंगो में पाए जाते है, लेकिन नीले रंग में इसका फूल नहीं पाया जाता है।
- भारत में सबसे बड़ा ट्यूलिप का गार्डन श्रीनगर में है।
- ट्यूलिप का एक फूल लगभग 3 से 7 दिन तक ही खिलता है।
- ट्यूलिप के पौधे की आयु लगभग 1 से 2 साल तक की होती है।
FAQ’s –
Q. ट्यूलिप फूल का हिंदी में क्या नाम है?
Ans – ट्यूलिप के फूल को हिंदी में कंद-पुष्प कहते हैं।
Q. ट्यूलिप कब खिलता है?
Ans – ट्यूलिप फूल वसंत ऋतू लेकर गर्मियों के स्टार्ट होने तक बहुत ही अच्छे तरीके से खिलता है ये हिमालयी क्षेत्रो और यूरोप के कुछ खास क्षेत्रो खासकर नीदरलैंड में उगते है। इसके पौधे अधिक गर्मी में मुरझा जाते है।
Q. ट्यूलिप का वैज्ञानिक नाम क्या है?
Ans – Tulipa gesneriana
Q. ट्यूलिप की खेती के लिए कौन सा देश प्रसिद्ध है?
Ans – नीदरलैंड
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rahul bhai hmne paudha lagaya hai hai vo bada nhi ho raha hai
dhyan se dekhbhal kare, aapka paudha jarur bada hoga.