नमस्कार दोस्तों स्वागत है हमारे वेबसाइट पर आज की पोस्ट में हम बात करेंगे Virtual Reality क्या है और कैसे काम करता है जैसा कि आप लोग जानते हैं कि दुनिया तेजी के साथ आधुनिकरण की तरफ बढ़ रही है ऐसे में आज सभी जगह डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल तेजी के साथ हो रहा है।
आप लोगों ने Virtual Reality शब्द का नाम कभी न कभी जरूर सुना होगा और वही इसकी चर्चा आजकल बहुत ज्यादा हो रही है। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि आखिर में ये होता क्या है तो आप लोगों ने अगर अपने जीवन काल में है 3D फिल्म देखी है तो आप लोगों को फिल्म देखने के बाद आपको लगता होगा।
कि आप फिल्म नहीं बल्कि कोई वास्तविकता चीज देख रहे हैं जो चीजे फिल्म में हो रही है वो आपके आस पास हो रही है ऐसा आपको अनुभव हो रहा होगा, इन चीजों को ही हम लोग virtual Reality के नाम से जानते हैं अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
Virtual Reality क्या है?
Virtual Reality कंप्यूटर तकनीक के द्वारा निर्मित किया गया एक काल्पनिक दुनिया है. यानी जिसे हम लोग काल्पनिक वर्ल्ड भी कह सकते हैं इसे देखने के बाद आपको लगेगा कि आप असल की दुनिया में पहुंच गए हैं। आप जब सिनेमाघरों में 3D फिल्म देखते हैं तो आप फिल्म में पूरी तरह से डूब जाते हैं और आपको लगता है कि आप जो फिल्म में देख रहे हैं वह आपके आसपास मौजूद है।
और आप एक काल्पनिक दुनिया में पहुंच जाते हैं इन सब को निर्मित करने के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल होता है उसे हम लोग वर्चुअल रियलिटी कहते हैं। वर्चुअल रियलिटी दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है यहां पर वास्तविकता एक ऐसा अनुभव जो बिल्कुल सत्य जैसा प्रतीत होता है. इसे महसूस करने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है उस के माध्यम से ही इसे बनाया जाता है।
Virtual Reality की विशेषताएं
वर्चुअल रियलिटी के निम्नलिखित प्रकार की विशेषता होती है जिसकी चर्चा निचे विस्तार से की गई है।
- वर्चुअल रियलिटी तकनीक को अगर आप देखना चाहते हैं इसके लिए आपको helmet mounted display और data gloves पहना होगा
- वर्चुअल रियलिटी के द्वारा आप कंप्यूटर से बातचीत कर सकते हैं I
- इसके माध्यम से आप human-computer interaction के जरिए कई धारणाओं जैसे देखना, सुनना, छूना इत्यादि को वर्चुअल के रूप में प्राप्त कर सकते हैं जो आपको ऐसा प्रतीत होगा की वास्तविकता है
- आज दुनिया में जितने भी ग्राफिक तकनीक का प्रयोग हो रहा है उन सभी को वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से ही संचालित किया जाता है
- इसके माध्यम से आप बेहतरीन काल्पनिक दुनिया निर्मित कर सकते हैं जो देखने में बिल्कुल असल की दुनिया के जैसा होगा लेकिन यह पूरी तरह से नकली दुनिया होगा
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Virtual Reality में इस्तेमाल होने वाले यंत्र कौन-कौन से हैं?
वर्चुअल रियलिटी के अंतर्गत निम्नलिखित प्रकार के यंत्रों का प्रयोग होता है जिसकी विस्तारपूर्वक जानकारी निचे दी गई है।
Computer Hardware और Software
वर्चुअल रियलिटी को संचालित करने के लिए हार्डवेयर सॉफ्टवेयर जैसी चीजों की आवश्यकता पड़ती है इसके बिना इसे आप ऑपरेट नहीं कर सकते हैं उदाहरण के लिए कंप्यूटर लैपटॉप मोबाइल इन सभी में सॉफ्टवेयर का प्रयोग होता है तभी जाकर आप वर्चुअल रियलिटी तकनीक को देख पाएंगे।
और उसका उपयोग भी कर पाएंगे उदाहरण के तौर पर आपने VR Headset पहन रखा है और आप बाएं तरफ देखते हैं तब इस बात की सूचना इसके प्रोग्राम में आसानी से चला जाता है तभी जाकर यह सिस्टम को इस बात की सूचना देता है कि आप left side तरफ देख रहे हैं।
Input Devices
इनपुट डिवाइस के माध्यम से आप वर्चुअल रियलिटी वातावरण के साथ navigate और interact कर सकते हैं उदाहरण के लिए joysticks, motion trackers, sensing gloves, track pads, device control buttons, treadmills इत्यादि इन सभी डिवाइस के माध्यम से आप अपने जीवन के सभी movement और गतिविधियों को आसानी से डाटा के रूप में स्टोर कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप हाथ का हिलना और आँखों के पलकों का झटकाना इत्यादि इन सभी चीजों को आप आसानी से स्टोर कर सकते हैं।
VR Box/Headset
वर्चुअल रियल्टी के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण चीज जो सम्मिलित की जाती है उसे हम लोग High-end Headset. कहते हैं इसे Head Mounted Display (HMD) भी कहा जाता है. इस बाइक के हेलमेट की जैसा पहनना होता है और इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब आपको 3D फिल्म कहीं पर देख रहे हो क्योंकि उसका प्रयोग ऐसी जगह पर ही होता है क्योंकि 3D से जुड़ी हुई कोई भी चीज अगर आप देखना चाहते हैं।
तो उसके लिए आपको इसकी जरूरत पड़ेगी इसके माध्यम से आप किसी भी वर्चुअल रियलिटी कंटेंट को आनंद का मजा उठाते हुए देख पाएंगे आप जब कोई भी 3D फिल्म या एनिमेशन से जुड़ी चीजें देखेंगे तो आपको देखकर ऐसा लगेगा कि आपके आसपास का वातावरण बिल्कुल ऐसा है जैसा आप फिल्म में देख रहे हैं।
3D Audio
3D अनुभव के साथ वास्तविक audio effect को महसूस करने के लिए 3D ऑडियो का इस्तेमाल किया जाता है, जो उपयोगकर्ता क्या देखता है और अनुभव करता है के हिसाब से sound generate करता है. इससे निकलने वाला sound बिल्कुल वास्तविकता का अनुभव कराता है जो उपयोगकर्ता की दूरी, मूवमेंट्स, समय और दूसरे factors के आधार पर generate होता है।
Virtual Reality कितने प्रकार के होते हैं?
वर्चुअल रियलिटी निम्नलिखित प्रकार के होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे देंगे आइए जानते हैं-
Non-immersive Virtual Reality
Non-immersive एक ऐसा वर्चुअल रियलिटी तकनीक है यहां पर कुछ सॉफ्टवेयर के माध्यम से कुछ विशेष करैक्टर और उनके गतिविधियों को कंट्रोल किया जाता है। उदाहरण के तौर पर अगर आप कोई वीडियो गेम खेल रहे हैं तो उसमें कितने प्रकार की भी करैक्टर है को आप आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
लेकिन उस गेम में आप ध्यान का केंद्र नहीं होते हैं हालांकि आप एक नकली दुनिया में उपस्थित रहते हैं आज की तारीख में जितने भी बेसिक गेम डिवाइस हैं उनमें इस का ही प्रयोग होता है जैसे Playstation, Xbox, Computer इत्यादि आपको non-immersive virtual reality का अनुभव प्रदान करते हैं।
Fully-immersive Virtual Reality
प्रकार के वर्चुअल जयंती में आपको ऐसा लगेगा कि आप असल में किसी वास्तविक वातावरण में उपस्थित है और आप उसका आनंद उठा रहे हैं इसके अलावा आपको लगेगा कि आपके साथ कुछ नई चीजें हो रही हैं हालांकि या पूरी तरह से काल्पनिक होती हैं।
फिर भी आपको इस वर्चुअल रियलिटी तकनीक से सचमुच का वातावरण महसूस होगा इस तकनीक में helmets, sense detectors, gloves और body connectors शामिल होते हैं. इसके बाद इन सभी चीजों को एक शक्तिशाली कंप्यूटर से जोड़ दिया जाएगा।
यहां पर आपके द्वारा की जाने वाली कोई भी गतिविधि या आप प्रतिक्रिया देने हैं उन सभी डाटा को यह तकनीक आसानी से detect कर सकता है। जिसके माध्यम से आप काल्पनिक दुनिया में पहुंच जाते हैं और आप उस दुनिया को ही रियल दुनिया समझने लगते हैं।
Semi-immersive Virtual Reality
यह non-immersive और fully immersive virtual reality का मिश्रण है. इसका स्वरूप 3डी के जैसे होता है यहां पर जो भी दृश्य आपके सामने स्क्रीन पर आएंगे वह भी देखने में लगेंगे कि बिल्कुल वास्तविकता के जैसे होंगे लेकिन वह काल्पनिक होंगे इसे आप अपने कंप्यूटर पर माउस की मदद से और मोबाइल पर टच और swipe की मदद से संचालित कर सकते हैं।
Augmented Reality
Augmented Reality में कोई वस्तु या डिवाइस असल मौजूद रहता है लेकिन वास्तविकता यह है कि वह चीज मौजूद नहीं होती है उदाहरण के तौर पर अगर आप अपने घर के कमरे का पूरा तस्वीर आप देख सकते हैं और आप चाहे तो उस कमरे में कोई भी दूसरी चीज जैसे टेबल पंखा इत्यादि दिखा सकते हैं जबकि हकीकत यह है कि आपके कमरे में ऐसी कोई चीज ही नहीं है।
Collaborative Virtual Reality
इस प्रकार के वर्चुअल दुनिया एक साथ कई लोग एक दूसरे के साथ संपर्क कर सकते हैं उदाहरण के लिए PUBG video game में हजारों की संख्या में एक साथ खिलाड़ी एक दूसरे के साथ इस गेम को खेल सकते हैं और बातचीत भी कर सकते हैं उन सब चीजों को करने के लिए इस वर्चुअल रियलिटी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है I
Virtual Reality के उपयोग
वर्चुअल रियलिटी का इस्तेमाल निम्नलिखित प्रकार के क्षेत्रों में किया जा रहा है जिसके बारे में जानकारी निचे प्रदान की गई है।
शिक्षा के क्षेत्र में
आज के तारीख में शिक्षा के क्षेत्र में भी वर्चुअल रियलिटी का इस्तेमाल हो रहा है ताकि शिक्षा को और भी ज्याद उन्नत और आधुनिक बनाया जा सके जैसे उदाहरण के लिए पायलट ट्रेनिंग, स्पेस ट्रिप, पैराशूट से जंपिंग, ब्रेन सर्जरी इत्यादि सिखाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
मेडिकल क्षेत्र में
मेडिकल के क्षेत्र में इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है क्योंकि आज की तारीख में कई प्रकार की गंभीर बीमारी तेजी के साथ पसारी थोड़ी हैं ऐसे में उन बीमारी के उपचार का पता लगाने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल होता है इसके द्वारा दवाइयों के फार्मूले तैयार करने के लिए किया जाता है।
इसके अलावा जितने भी सर्जिकल ऑपरेशन होते हैं उनमें मरीज को दर्द ना हो उसके लिए जो तकनीक प्रयोग में लाई जाती है उसका निर्माण इसके माध्यम से ही किया जाता है।
मेडिकल के जो छात्र ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं उनके लिए भी या तकनीक काफी सहायक होती है क्योंकि इस तकनीक के माध्यम से वह वर्चुअल मरीजों का इलाज करते हैं ताकि उनकी प्रैक्टिस अच्छी तरह से पूरी हो और जब वह पूरी तरह से सीख जाए तो इसका प्रयोग मरीजों को पर आसानी से कर पाएंगे।
Military क्षेत्र में
सैन्य कार्यों के लिए दी जाने वाली ट्रेनिंग के लिए भी VR का इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल मिलिट्री की सभी सेवाओं जैसे army, navy, airforce, marines और coast guard में किया जाता है. ताकि सेना को आधुनिक और सशक्त बनाया जा सके क्योंकि आज का समय डिजिटल वर्ल्ड का है।
और ऐसे में अगर कोई भी देश अपनी सेना को आधुनिक नहीं बनाती है तो उसे युद्ध के समय काफी कठिनाइयों और दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा सेना इसका उपयोग आभासी उड़ान, आभासी युद्धक्षेत्र, चिकित्सा प्रशिक्षण और आभासी बूट शिविर जैसी चीजों के लिए करती है, इसकी मदद से किसी सैनिक को बिना जोखिम के ट्रेनिंग दी जाती है।
Fashion के क्षेत्र में
फैशन के क्षेत्र में भी वर्चुअल रियलिटी इस्तेमाल होता है इस तकनीक में कंपनी अपना ऐसा स्टोर बनाती हैं जिसमें सभी प्रकार के प्रोडक्ट वर्चुअल तरीके से उपलब्ध होंगे लेकिन आपको देखने में लगेंगे कि आप बिल्कुल किसी कंपनी के स्टोर में चले गए हैं यहां पर आप उन सभी कंपनियों के प्रोडक्ट को ट्राई भी करता सकता सकते हैं उसकी भी सुविधा यहां पर दी गई है आज की तारीख में कुछ मशहूर brand Hilfiger, Coach और Gap इसका प्रयोग करती हैं।
Games और Entertainment के लिए
Car racing games से लेकर HD games तक सब में VR technology का इस्तेमाल किया जा रहा है जो game खेलने के अनुभव को और अधिक बेहतर बनाता है. इस तकनीक के साथ गेम खेलने पर वास्तविकता का अनुभव होता है जो खेल को और अधिक रोमांचक बना देता है. युवाओं में इस तरह के गेम के प्रति झुकाव बढ़ता ही जा रहा है और VR तकनीक के साथ गेम की demand भी बढ़ रही है।
Virtual Reality कैसे बनाए जाते हैं?
वर्चुअल रियलिटी बनाने के लिए दो प्रकार के संसाधनों का इस्तेमाल किया जाता है जो की निम्न है।
- Real World 3D Content के लिए एक 360 camera, photogrammetry और अन्य methods का इस्तेमाल किया जाता है।
- Computer Software Generated 3D Content के लिए Cryengine, Tvori, Unreal और Unity जैसे programs का इस्तेमाल किया जाता है।
FAQs –
Q. विजुअल रियलिटी से आप क्या समझते हैं?
Ans – Virtual Reality कंप्यूटर तकनीक के द्वारा निर्मित किया गया एक काल्पनिक दुनिया है. यानी जिसे हम लोग काल्पनिक वर्ल्ड भी कह सकते हैं इसे देखने के बाद आपको लगेगा कि आप असल की दुनिया में पहुंच गए हैं। आप जब सिनेमाघरों में 3D फिल्म देखते हैं तो आप फिल्म में पूरी तरह से डूब जाते हैं और आपको लगता है कि आप जो फिल्म में देख रहे हैं वह आपके आसपास मौजूद है।
Q. VR कैसे काम करता है?
Ans – VR Headsets के जरिये वही तस्वीर आपके आंखों के सामने इस तरीके से प्रोजेक्ट की जाती है जैसे आपको लगेगा की आप भी उस जगह पे मौजूद है। आप जिस तरफ सिर घुमाते हैं, उस तरफ की तस्वीरें दिखाई देती हैं। Advanced VR Headsets में साउंड और मोशन के हिसाब से भी डिस्प्ले अपनी सेटिंग्स बदलता रहता है।
निष्कर्ष –
उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल अच्छा और ज्ञानवर्धक लगा होगा, आप इस लेख को पढ़कर पूरी तरीके से Virtual Reality के बारे में जान गए होंगे। इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर करे। किसी भी तरह का सवाल, सुझाव के लिए आप कमेंट जरूर करें, धन्यवाद।
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