हम सब के जीवन में शिक्षक का कितना महत्व है आप हम इसे तौल नहीं सकते है। दोस्तों शिक्षक दिवस हम सबने अपने स्कूल, कॉलेज जीवन में खूब सेलिब्रेट किया है। हमारे समाज में ऐसा कहा जाता है की माता-पिता हमारे पहले Teacher होते है। ये कही न कही सही भी है पर Teacher के बिना किसी व्यक्ति का जीवन अधूरा सा होता है।
शिक्षक के द्वारा सिखाये गए संस्कार, जीवन जीने का तरीका और भी कई अच्छी चीजें हमें जीवन के हर एक मोड़ पर हमें काम आते है। शिक्षक (Teacher) दिवस प्रत्येक साल 5 सितम्बर को, स्वंतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति एवं भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्नन के जन्मदिवस पर बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। आज के इस लेख शिक्षक दिवस पर निबंध (Teachers Day Essay in Hindi) के माध्यम से हम उस महामानव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे तो आइये जानते है।
शिक्षक दिवस पर निबंध 2023 (Essay on Teachers Day in Hindi)
5 सितम्बर को हमारे देश में प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इसी दिन वर्ष 1888 ईस्वी को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्नन का जन्म तमिलनाडु के तिरुतनी गांव में हुआ था। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्नन 13 मई 1952 से 12 मई 1962 तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे थे। एवं 13 मई 1962 से 13 मई 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति रहे थे।
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन का नाम भारत के जानेमाने विद्वानों में लिया जाता है, ये एक महान विद्वान् शिक्षक थे। शिक्षक के साथ साथ राधाकृष्णनन एक बेहतरीन फिलॉस्फर एवं पॉलिटिशियन थे। अपने पढाई ख़त्म कर सर्वपल्ली राधाकृष्णनन वर्ष 1909 ईस्वी में प्रेसीडेंसी कॉलेज चेन्नई से दर्शनशास्त्र विषय में शिक्षक के रूप में करियर की शुरुआत किये थे। इन्होने अपने जीवन के 40 साल शिक्षक के तौर पर गुजर दिए।
शिक्षक दिवस के दिन छात्र छात्राएं काफी उत्साहित रहते है, अपने शिक्षक को सम्मानित करने के लिए। इस दिन हरे कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग सेंटर जैसे शिक्षण संस्थानों में स्टूडेंट्स अपने शिक्षक को सम्मानित करते है, एवं टीचर्स को गिफ्ट्स के रूप में पेन, किताबें, डायरी, ग्रीटिंग कार्ड्स या कई अन्य प्रकार के गिफ्ट्स अपने शिक्षक को देकर उनसे आशीर्वाद लेते है।
और शिक्षक भी इस दिन अपने स्टूडेंट्स को अपने भाषण के द्वारा है मोटीवेट करते है। और कई अहम् बाते बताते है, जो की जिंदगी के हर एक मोड़ पर काम आता है. सही मायने में कहे तो शिक्षक का एक विद्यार्थी के जीवन में काफी अहम् योगदान रहता है और हम उनके इस महान कार्य के बदले उन्हें कुछ नहीं दे सकते।
शिक्षक दिवस की शुरआत होती है इनके राष्ट्रपति बनने से, वर्ष 1962 में जब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन भारत के राष्ट्रपति बने थे, तो इनके कुछ विधार्थियों ने इनके जन्मदिन मनाने की जिद करने लगे, तो इन्होंने कहाँ की सच में आपलोग अगर मेरे लिए कुछ करना चाहते है मेरे द्वारा किये गए शिक्षण कार्य को सम्मानित करना चाहते है तो मेरे जन्मदिवस के दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाय, इससे मुझे ज्यादा ख़ुशी होगी और उसी दिन से प्रत्येक साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा।
शिक्षक दिवस का क्या महत्व है? (Importance of Teachers Day)
भारत में प्राचीन समय से ही गुरु शिष्य की परम्परा रही है आपने रामायण में देखि ही होगी, की कैसे उस समय गुरुकुल चला करते थे। जिसमे शिष्य को गुरु के द्वारा अनेको प्रकार के विद्या सिखाई जाती थी तो आप समझ सकते है की भारत शिक्षक दिवस का कितना महत्व है।
और आज गुरुकुल के जगह स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी खुल गए है. जहाँ पर विधार्थियों को विभिन्न विषयों को पढ़ाया जाता ही है साथ में छात्रों को जीवन के हर एक मोड़ पर काम आने वाली ज्ञान, संस्कार भी सिखाया जाता है।
भारत में शिक्षक दिवस (shikshak divas) का महत्व बहुत ही ज्यादा है। इस दिन सभी विधार्थियों अपने अपने स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग सेंटर में जाकर सबसे पहले डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के फोटो पर माल्यार्पण कर इनके जीवन से प्रेरणा लेते है। इसके बाद सभी विधार्थी शिक्षक को गिफ्ट के रूप में ग्रीटिंग कार्ड, डायरी, पेन, किताबे, फूल इत्यादी दे कर अपने शिक्षक को सम्मानित कर बधाई देते है।
और चुकीं अब जमाना सोशल मीडिया का आ गया है। तो लोग अब अपने शिक्षक को विभिन्न सोशल मीडिया के जरिये जैसे की Facebook, ईमेल, ट्विटर, इंस्टाग्राम इत्यादि के द्वारा भी अपने शिक्षक को बधाई देते है।
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5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?
चुकीं शिक्षक दिवस डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है। और इनका जन्म 5 सितम्बर 1888 ईस्वी को तमिलनाडु के तिरुतनी गांव में हुआ था। ये एक महान विद्वान शिक्षक, फिलॉस्फर, पॉलिटिशियन तो थे ही, साथ में देश निर्माण के लिए युवाओं को तैयार करने के लिए समर्पित थे।
इनका भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है। इन्होने अपने जीवन के कुल 40 साल शिक्षण कार्यों में गुजर दिए है। शिक्षा के क्षेत्र में इनके द्वारा किये गए महत्वपूर्ण कार्य के लिए साल 1954 में इन्हे भारत के सबसे बड़ा नागरिक अवार्ड भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।
शिक्षक दिवस भारत में नहीं बल्कि विश्व के कई देशों जैसे की ब्रिटेन, अमेरिका, चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, क़तर, रूस, थाईलैंड, लगभग 20 से भी ज्यादा देशो में अलग अलग तारीख को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
हालाकिं यूनेस्को के द्वारा साल 1994 में 5 अक्टूबर को अंतराष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा की गयी।
शिक्षक दिवस पर निबंध 10 लाइन (10 Lines on Teachers Day)
- भारत में शिक्षक दिवस प्रत्येक साल 5 सितम्बर को मनाया जाता है।
- भारत के पूर्व राष्ट्रपति के जन्म दिवस के दिन शिक्षक दिवस मनाते है।
- डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे।
- वर्ष 1962 से भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता hai
- इस दिन सभी अपने अपने शिक्षक उपहार देते है।
- शिक्षक दिवस के दिन टीचर्स भी अपने स्टूडेंट्स को भाषण देकर मोटीवेट करते है।
- शिक्षक हमेशा अपने विधार्थियों को पढ़ने के लिए प्रेरित करते है।
- बहुत से सांस्कृतिक कार्यक्रम शिक्षक दिवस के दिन होते है।
- हमें अपने शिक्षकों के आज्ञा का पालन करना चाहिए और उनके द्वारा दिए सलाह को हमेशा माननी चाहिए।
- 5 अक्टूबर को अंतराष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
- शिक्षक दिवस भारत के आलावा कुल 21 देशो में भी मनाया जाता है।
“शिक्षा से बड़ा कोई वरदान नहीं है । गुरु का आशीर्वाद मिले इससे बड़ा कोई सम्मान नहीं है ”
शिक्षक दिवस से संबंधित प्रश्न-
Q. शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है।
Ans- 5 सितम्बर को
Q. भारत में शिक्षक दिवस मनाने की शुरूआत कब से हुई ?
Ans- वर्ष 1962 से
Q. 5 सितंबर को कौन सा दिन आता है.
Ans- शिक्षक दिवस
Q. भारत के पहले शिक्षक कौन थे?
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन
Q. शिक्षक दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?
Ans- वर्ष 1962 में जब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन भारत के राष्ट्रपति बने थे, तो इनके कुछ विधार्थियों ने इनके जन्मदिन मनाने की जिद करने लगे, तो इन्होंने कहाँ की सच में आपलोग अगर मेरे लिए कुछ करना चाहते है मेरे द्वारा किये गए शिक्षण कार्य को सम्मानित करना चाहते है तो मेरे जन्मदिवस के दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाय, इससे मुझे ज्यादा ख़ुशी होगी और उसी दिन से प्रत्येक साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा।
Q. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को भारत रत्न कब मिला?
Ans- वर्ष 1954 में
Q. विश्व शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है।
Ans- 5 अक्टूबर को
Q. यूनेस्को के द्वारा अंतराष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा कब की गयी।
Ans- साल 1994 में
Q. पहली महिला शिक्षक कौन थी?
Ans- सावित्री वाई फुले, पहली महिला शिक्षक थी एवं एक महान समाज सुधारिका थी।
आज आपने क्या सीखा –
आशा करता हूँ ये आर्टिकल शिक्षक दिवस पर निबंध (Teachers Day Essay in Hindi) आपको पसंद आयी होगी, और शिक्षक दिवस के बारे में कुछ न कुछ जरूर जाने होंगे, इस आप अपने दोस्तों, के साथ भी जरूर शेयर करे, किसी भी प्रकार का सवाल आप कमेंट के माधयम से पूछ सकते है, धन्यवाद!
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